
THE NARAD NEWS24……………………………………..छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग ने 2 हजार से ज्यादा शिक्षकों की पोस्टिंग निरस्त कर दी है। मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अनुमोदन के बाद विभाग ने ये फैसला लिया है। प्रदेश में शिक्षकों की पोस्टिंग और प्रमोशन के लिए पैसे लेकर उनकी मनचाही जगह नियुक्ति का खुलासा हुआ था। जिसमें कई अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई थी।
इसमें तय सिस्टम को दरकिनार कर अधिकारियों ने अपनी ही नई व्यवस्था बना ली थी, जिसके बाद अब सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए 2 हजार से ज्यादा ट्रांसफर-पोस्टिंग को निरस्त कर दिया है। इससे पहले प्रदेश के 11 अफसरों को भी इस मामले में निलंबित किया जा चुका है।
बताया जा रहा है कि शासन की ओर से पोस्टिंग को निरस्त करने के लिए 7 पेज का ऐसा आदेश तैयार किया गया है कि शिक्षकों को कानूनी राहत की गुंजाइश नहीं के बराबर होगी। आदेश में पूरा विवरण लिखा है कि किस तरह अधिकार न होने और ट्रांसफर प्रतिबंधित होने के बाद भी जॉइंट डायरेक्टरों ने ट्रांसफर किए।
इसमें पांचों कमिश्ररों की जांच का हवाला दिया है, जिसमें सभी ने भ्रष्टाचार की पुष्टि की है। विभाग ने शिक्षकों से कहा है कि 10 दिन के भीतर पूर्व पोस्टिंग वाले स्कूलों में ज्वाइन करें, वरना उनका प्रमोशन निरस्त कर दिया जाएगा।