THE NARAD NEWS24……………………………केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हवाला पर छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद रायपुर पुलिस ने भी अवैध कारोबार करने वालों पर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस ने एमजी रोड और तेलघानी नाका में नोटों से भरा बैग ले जा रहे चार लोगों को हिरासत लिया है। उनके बैग में 80 लाख कैश मिले हैं। पुलिस ने आयकर विभाग (आईटी) को भी इतना कैश मिलने की सूचना दे दी है।
पुलिस को इनपुट मिला है रायपुर से कोलकाता, दिल्ली, मुुंबई, जयपुर और अहमदाबाद के बीच हवाला का बड़ा रैकेट चल रहा है। रोज करोड़ों का लेन-देन का शक है। पकड़े गए संदिग्धों का लिंक उसी रैकेट से होने के संकेत हैं। पुलिस के साथ आईटी की टीम भी जांच के लिए मौदहापारा और गंज थाना पहुंच गई है।
पुलिस पता लगा रही है कि हिरासत में लिए गए संदिग्ध कितनी बार रायपुर से देश के बड़े शहरों में आना जाना करते हैं। उनके मोबाइल का भी परीक्षण किया जा रहा है। अफसरों के अनुसार मोबाइल की मदद से उनके लिंक का खुलासा होगा। प्रारंभिक जांच में उनका सराफा, सरिया, अनाज कारोबारियों से संबंध का पता चला है।
कारोबार की आड़ में हवाला
राजधानी में ऐसे कारोबारी दर्जनों की संख्या में हैं, जिनका व्यापार छोटा है। बड़े राज्यों के बड़े कारोबारी इन्हीं व्यापारियों के जरिए हवाला का काम करते हैं। छोटे कारोबारियों का संबंध बड़े कारोबारियों से होता है। इस वजह से बड़ी रकम इधर से उधर करने के लिए यह उनका भरोसा आसानी से जीत लेते हैं।
छत्तीसगढ़ या दूसरे राज्यों के बड़े कारोबारियों को जब भी कैश में बड़ी रकम की जरूरत होती है तो इन्हीं कारोबारियों से रकम अपने संबंधित व्यापारियों के पास पहुंचवा देते हैं। इसके बदले में उन्हें मोटा कमीशन मिलता है। हवाला की रकम लाखों-करोड़ों में होने की वजह से यह कमीशन ज्यादा होता है। इसलिए इस तरह के कारोबारी आसानी से हवाला का कारोबार करते हैं। बाजार में इनका दूसरा व्यापार दिखता है। इस वजह से जीएसटी, आईटी और पुलिस वाले आसानी से शक नहीं करते हैं।