THE NARAD NEWS24……………………………..घरों में अकेले रहनेवाले अशक्त बुजुर्गों और कामकाजी महिलाओं के छोटे बच्चों की देखभाल अब महिला स्वसहायता समूहों की दीदियां करेंगी। सेवाएं लेने के लिए छत्तीसगढ़ में पहली बार हेल्पलाइन नंबर 8827013820 जारी किया जा रहा है, जो केवल बुजुर्गों और बच्चों के लिए ही होगा। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह प्रयोग सबसे पहले रायपुर में किया जाएगा।
इसका कंट्रोल रूम जिला पंचायत परिसर में होगा और एक पूरी टीम काम करेगी। बुजुर्गों की देखरेख और बच्चों को संभालने के लिए दीदियों को नर्सिंग की हल्की-फुल्की ट्रेनिंग के साथ-साथ कुकिंग, सेलून, लांड्री, कैटरिंग सर्विस, एकाउंटेंसी जैसे प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। हेल्पलाइन नंबर से इनकी सेवाएं ली जा सकेंगी।
इस प्रयोग का कांसेप्ट यह है कि दौड़-भाग की जिंदगी में बुजुर्ग माता-पिता और बच्चों की देखभाल करना कामकाजी लोगों के लिए चुनौती बन गया है। बच्चों की देखभाल करने के लिए महिलाओं को करियर से समझौता करना पड़ रहा है। पति-पत्नी दोनों कामकाजी हों तो बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं। बहुत से बच्चे नौकरी-कामकाज के कारण दूसरे शहरों, राज्यों और विदेशों में रहते हैं। उनके बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए यहां कोई नहीं है।
इसीलिए जिला पंचायत ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग देनी शुरू की है। इसके लिए अब तक 700 दीदियों ने जिला पंचायत में रजिस्ट्रेशन करवाया है। पंचायत के अफसरों कहते हैं कि इससे लोगों को भी राहत होगी और महिलाओं को रोजगार भी मिल जाएगा।