छात्र संगठन AIDSO के द्वारा राज्य में 4077 सरकारी स्कूल बंद करने व विनाशकारी नई शिक्षा नीति 2020 रद्द करने की मांग पर 1 अक्टूबर को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया गया।
छात्र संगठन AIDSO के द्वारा राज्य में 4077 सरकारी स्कूल बंद करने व विनाशकारी नई शिक्षा नीति 2020 रद्द करने की मांग पर 1 अक्टूबर को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया गया।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन राज्य कमेटी छत्तीसगढ़
The Narad News 24,,,,, रायपुर में 1/10/2024 को छत्तीसगढ़ कि भाजपा सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण के नाम पर राज्य के 4077 सरकारी स्कूलों को बंद करने की तैयारी की जा रही है हमारा छात्र संगठन AIDSO छात्र हित में मानता है कि सरकार की यह नीति प्रदेश की लाखो आम गरीब छात्रों के शिक्षा व ज्ञान अर्जन के रास्ते को पूरी तरह से बंद कर देने की ओर एक कदम है।
प्रदेश सरकार एन ई पी 2020 के तहत अलग-अलग नाम से कम दर्ज संख्या की कमी का कारण बता कर सरकारी संस्थाओं को बंद कर रही है और एक तरफ दावा कर रही है कि हम राज्य मे गरीब से गरीब छात्रों तक शिक्षा पहुंचाने का काम करेंगे लेकिन हकीकत कुछ और है। सरकार का कहना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या के चलते 30 से कम छात्र वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया जाएगा। लेकिन हम जानते हैं कि बच्चों की स्कूल में संख्या की कमी के पीछे कारण है कि कक्षा आठवीं तक पास फैल व्यवस्था खत्म करना, स्कूलों का जर्जर भवन शिक्षकों की भारी कमी, शिक्षको को सालभर गैरशिक्षकीय कार्य मे लगाना मूलभूत सुविधाओं का नही होना, शिक्षा के अधिकार कानून के तहत सरकारी स्कूल के छात्रो को निजी विद्यालयों में प्रवेश आदि। राज्य में शिक्षा का हालत बहुत ही दयनीय है सरकार का ही आंकड़ा है कि राज्य भर में 4595 स्कूल के भत्रन जर्जर होकर टूट रहे हैं 5392 सरकारी स्कूल
केवल एक ही शिक्षक के भरोसे है जबकि 610 स्कूल शिक्षक विहीन है राज्य भर में 56232 से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली है ऐसे में युक्तियुक्तकरण के नाम पर सरकारी स्कूल को बंद करना पूरी तरह शिक्षाविरोधी है। पूरे राज्य भर में छात्र शिक्षक व अभिभावक द्वारा लगातार आवाज उठ रही है की शिक्षा का हालत को बेहतर किया जाए कई स्कूलों में छात्र व अभिभावक स्कूल बंद कर सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं अभी हाल ही में 21 सितंबर से राज्य भर के 10000 से अधिक बेरोजगार बीएड डीएड योग्यताधारी युवा अनशन पर बैठे हुए हैं जिनके मांगो का हम समर्थन करते है। हमारा संगठन मानता है कि शिक्षा ग्रहण करना एक इंसान का जन्म सिद्ध अधिकार है इस अधिकार को सरकार छीन रही है हम इसके खिलाफ हैं और शिक्षा को बचाने के लिए हमारा छात्र संगठन लगातार आंदोलन जारी रखा है इसलिए हमारा छात्र संगठन मांग करता है कि
1 युक्तियुक्तकरण क्लोजर मर्जर के नाम पर व कम दर्ज संख्या के नाम पर 4077 स्कूलों को बंद करने का निर्णय तुरन्त वापस लो ।
2 छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और उन्हें गैरशिक्षकीय कार्य से पृथक रखा जाये।
3 स्कूलों में पर्याप्त प्रयोगशाला, शौचालय चपरासी वे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये जिससे सरकारी स्कूलों में दर्ज संख्या बढ़े।
4 कालेजो में सभी छात्रों का प्रवेश सुनिश्चित करो ।
5 छात्रो को सुरक्षा सुनिश्चित करो।
6 छात्रो हेतु सरकारी बस शुरू करो।
7 ब्लॉक मुख्यालय में हॉस्टल की व्यवस्था करो ।
8 शिक्षा विरोधी सभी निर्णय नीतियां व विनाशकारी नई शिक्षा नीति 2020 वापस लो।