फूलों देवी नेताम बताएं की क्या वे कांग्रेस कार्यालय के अंदर राधिका खेड़ा वाली घटना होने के बाद स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हैं ? – सांसद रूपकुमारी चौधरी
Phoolon Devi Netam tell whether she feels safe after the Radhika Kheda incident inside the Congress office? - MP Roopkumari Chaudhary
The Narad News 24,,,,,,रायपुर। महासमुंद सांसद रूप कुमारी चौधरी ने महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलों देवी नेताओं से प्रश्न किया है कि वह फूलों देवी नेताम जरा अपने पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता और राधिका खेड़ा के साथ कांग्रेस कार्यालय में हुए अत्याचार के बारे में अपने नेताओं से प्रश्न पूछ कर दिखाएं।
महिला नेत्री फूलो देवी नेताम अपने राष्ट्रीय नेता जो लड़की हूं लड़ सकती का नारा देती थी उनके सचिव संदीप द्वारा दलित कांग्रेसी नेत्री अर्चना गौतम के बारे में प्रश्न उठाकर दिखाएं। फूलों देवी नेताम जरा अपने नेता शिव डहरिया से पूछे कि छत्तीसगढ़ में होने वाला अनाचार उन्हें छोटा क्यों दिखता था। तब जनता मानेगी कि सचमुच उन्हें महिला के खिलाफ होने वाले अत्याचारों की चिंता है।
भाजपा सांसद रूपकुमारी ने कहा की फूलों देवी नेताम राजधानी और प्रदेश के सड़कों की चिंता छोड़ दें पहले वे बताएं कि क्या वे कांग्रेस कार्यालय के अंदर राधिका खेड़ा वाली घटना होने के बाद स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हैं। क्योंकि जिस प्रकार कांग्रेस के तात्कालिक राष्ट्रीय प्रवक्ता को कांग्रेस के नेता ने कमरे में बंद कर दिया था व दुर्व्यवहार किया था वह रो-रो के अपने वरिष्ठ नेताओं से न्याय मांगती रही पर उनकी किसी ने मदद नहीं कि आखिर में अपमानित होकर उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी।
सांसद रूप कुमारी चौधरी ने पूछा की फूली देवी नेताम अभी तक भूली तो नहीं होगी कि रायपुर की सड़क पर एक अधेड़ गंडासा लेकर नाबालिक को घुमाता रहा। कोंडागांव में एक आदिवासी बालिका से सामूहिक अनाचार की घटना होती है वह आत्महत्या कर लेती है उसके बाद भी कांग्रेस शासन में पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती उसके बाद जब उसके पिता आत्महत्या का प्रयास करते हैं तब FIR दर्ज होती है। फूलों देवी नेता जिस कालखंड में 600 अनाचार की घटना बताती है उसी कालखंड में कांग्रेस शासन काल में 1300 से भी अधिक घटनाएं हो चुकी थी और जिसमें कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता भी उजागर हो रही थी और कांग्रेस सरकार कुछ नहीं कर रही थी।
सांसद रूप कुमारी चौधरी ने कहा कि फूला देवी नेताम पहले अपने साथियों को न्याय दिलाए फिर घेराव की बात करें।