
THE NARAD NEWS24……………………. अंबेडकर अस्पताल में 700 बेड के नए इंटीग्रेटेड मल्टी स्पेश्यालिटी अस्पताल में 500 से ज्यादा नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। 15 से ज्यादा डॉक्टरों की भर्ती होगी। इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर, सीनियर व जूनियर रेसीडेंट शामिल है। प्रबंधन ने विभिन्न विभागों से पदों की जानकारी मंगाई है।
प्रबंधन का कहना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में आचार संहिता लग जाएगी। यह भर्ती चुनाव के बाद की जाएगी। इसके पहले डीएमई कार्यालय को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। ताकि पदों की मंजूरी मिल जाए और आचार संहिता खत्म होते ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो सके।
अंबेडकर में नए अस्पताल के लिए हाल ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भूमिपूजन किया था। अस्पताल के शुरू होने तक नर्सों व पैरामेडिकल स्टाफ को विभिन्न विभागों में भेजा जाएगा। ताकि अस्पताल शुरू होते ही पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था हो सके।
अस्पताल में सबसे पहले ऑब्स एंड गायनी व पीडियाट्रिक विभाग शुरू होगा। इसके बाद साइकेट्री या ईएनटी विभाग भी शिफ्ट किया जा सकता है। इन विभागों को बड़ी संख्या में स्टाफ की जरूरत पड़ेगी। पैरामेडिकल स्टाफ में वार्ड ब्वाय से लेकर विभिन्न टेक्नीशियन, स्ट्रेचर ब्वाय के अलावा प्यून, कंप्यूटर ऑपरेटर की भी भर्ती की जाएगी।
अस्पताल में अभी 500 के आसपास नर्स सेवाएं दे रही हैं, जो बेड की तुलना में काफी कम हैं। नियमित व संविदा भर्ती नहीं होने से डेली विजेश पर नर्स रखी गई हैं। इसकी संख्या 150 से 200 है। इसके अलावा संविदा में सेवाएं ली जा रही हैं। अस्पताल में कुल 1256 बेड है।
नियमित भर्ती की तैयारी, अभी संविदा से काम
अस्पताल में स्टाफ नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की नियमित भर्ती की तैयारी की जा रही है, जिससे सेवाएं प्रभावित न हों। यह भर्ती डीन, अधीक्षक के बजाय शासन स्तर पर होगी। प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ अस्पताल की रीढ़ है।
इसके अलावा डॉक्टरों की नियमित भर्ती भी की जाएगी। इसकी भर्ती लोक सेवा आयोग से कराई जाएगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसबीएस नेताम ने बताया कि नए अस्पताल के जरूरी स्टाफ की भर्ती चुनाव के बाद की जाएगी। इसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है। किन-किन विभागों को कितने पदों की जरूरत होगी, विभागों से जानकारी भी मंगाई गई है।
छह पदों के लिए नियम नहीं बने बायपास सर्जरी अटकी
एसीआई को खुले 6 साल होने वाले हैं। परफ्यूजिनिस्ट के 3 और फिजिशियन असिस्टेंट के इतने ही समेत 6 पदों पर भर्ती नियम नहीं बनने से भर्ती अटक गई है। यही नहीं इन दोनों स्टाफ की भर्ती नहीं होने के कारण हार्ट की बायपास सर्जरी नहीं हो पा रही है। मरीजों को इसके लिए एम्स रिफर किया जा रहा है।जबकि अस्पताल में दो नियमित कार्डियो थोरेसिक एंड वेस्कुलर सर्जन सेवाएं दे रहे हैं।