THE NARAD NEWS24…………………………………प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय मर्रा पहुंचे। उन्होंने नव निर्मित भवन, हाइटेक नर्सरी, टिश्यू कल्चर लैब, इम्प्लीमेंट शेड, बीज भंडार गृह एवं कृषक विश्राम गृह, तीन खाद गोदामों और कॉलेज के दो अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया। उन्होंने सबसे पहले क्षेत्र के अपने गुरुओं को नमन किया। उन्होंने कहा कि मर्रा स्कूल बहुत पुरातन स्कूल है। यहां पर विनोबा भावे का आगमन हुआ था। यहां के ग्रामीण भूदान आंदोलन से जुड़े थे।
आज हम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मना रहे हैं। डॉ. राधाकृष्णन ने शिक्षक से राष्ट्रपति पद तक का सफर तय किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं भी इस मुकाम तक पहुंचा हूं, उसमें मेरे गुरुजनों का योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान समृद्ध हो चला है। उन्हें ऋण लेने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि कृषि कॉलेज मील का पत्थर साबित होगा। खेती-किसानी में सुधार होंगे। आधुनिक खेती से उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में 10 हजार गौठान बनाए गए हैं।
इसमें आज 6 हजार गौठान स्वावलंबी हो गए हैं। प्राथमिक शिक्षा विस्तार के लिए 700 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों का जीर्णाेद्धार किया गया है। 30 हजार टीचरों की भर्ती की गई है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, रहन सहन, खान-पान को पहचान दिलाने और छत्तीसगढ़िया होने के स्वाभिमान को बढ़ावा का काम सरकार ने किया है।
अगस्त 2019 में कॉलेज खुला, 168 छात्र पढ़ रहे
अधिकारियों ने बताया कि 17 अगस्त 2019 को कॉलेज का भूमिपूजन हुआ। वर्ष 2019-20 में बीएससी (कृषि) चार वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेशी 25 विद्यार्थियों के साथ महाविद्यालय का शुभारंभ हुआ। वर्तमान में करीब 168 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। 21 विद्यार्थियों का प्रथम बैच उपाधि उत्तीर्ण कर चुके हैं। शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों की हितैषी है। इस वर्ष प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने जा रही है। साथ ही 40 हजार करोड़ की राशि किसानों के थैली में डालने जा रही है।