THE NARAD NEWS24…………………………………….कांग्रेस लहर में एकतरफा 68 सीटों के साथ सत्ता में आई कांग्रेस इस बार पिछली बार के हारे हुए 22 प्रत्याशियों में से किसी भी रिपीट करने के मूड में नहीं है। कांग्रेस सरकार के प्रवक्ता और वरिष्ठ मंत्री रविन्द्र चौबे के इस बयान के बाद चुनाव की तैयारी कर रहे नेताओं को बड़ा झटका लगा है। इस बयान के बाद से कुछ नेता तो अपने आकाओं की परिक्रमा भी शुरू कर चुके हैं।
दरअसल 2018 में हुए चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एकतरफा बहुमत हासिल की थी। इस बार सत्ताधारी दल कांग्रेस 75 पार का नारा बुलंद कर आगे बढ़ रही है। ऐसे में चौबे का यह बयान कई नेताओं की सांसे रोकने वाला है। क्योंकि पिछले चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो जिन 22 कांग्रेस प्रत्याशियों को हार झेलनी पड़ी थी उनमें अधिकांश सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे हैं।
जबकि दूसरे नंबर पर भाजपा, बसपा या जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी का कब्जा रहा है। वहीं पिछले चार साल में तीन उपचुनाव हुए जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की लेकिन दंतेवाड़ा में पूर्व प्रत्याशी रही देवती कर्मा को टिकट दी गई जबकि अन्य दो सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया गया।
पिछली बार के हारे इस भी लगा रहे हैं जोर
पिछले चुनाव में हार झेलने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों में कन्हैया अग्रवाल, विभोर सिंह समेत अनेक नेता इस भी चुनावी मैदान में उतरने को बेताब हैं। इसके लिए अपने क्षेत्र में वे दिन-रात मेहनत भी कर रहे हैं। ऐसे में टिकट नहीं दिए जाने के बयान से वे घबराए हुए हैं। लेकिन वे अपने आकाओं और बड़े नेताओं से मिलकर अपनी बात रख रहे हैं।