जिला केंद्रीय बैंक में 52 लाख की हेराफेरी:रिटायर कर्मचारी के बार-बार बैंक आने की वजह से हुआ था मामले का खुलासा, 3 कर्मियों पर केस
THE NARAD NEWS24………………………………………….जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 2017 से 2022 तक बैंक के एफडी इंटरेस्ट से 52 लाख की हेराफेरी करने वाले तीन कर्मचारियों के खिलाफ आखिरकार एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। बैंक अध्यक्ष के निर्देश पर शाखा प्रबंधक (सीओडी) शरद चंद मांगने ने मौदहापारा थाने में चंद्रशेखर डग्गर, संजय कुमार शर्मा और अरुण कुमार बैसवाड़े के खिलाफ चारसौबीसी का मामला दर्ज करवा दिया है।
तीनों बैंक में कनिष्ठ लिपिक, पूर्व सहायक लेखापाल और सहायक लेखापाल के पद पर काम कर रहे थे। जीई रोड पर स्थित बैंक के अफसरों को इस बात की जानकारी मिली की तीनों कर्मचारियों ने आपस में मिलकर बैंक के एफडी इंटरेस्ट खाते से रकम निकालकर अपने रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दी है।रिटायर कर्मचारी के बार-बार बैंक आने की वजह से इस मामले का खुलासा हुआ था।
बैंक अफसरों ने इसकी शिकायत बैंक अध्यक्ष पंकज शर्मा से भी की थी। उन्होंने बैंक की विजलेंस टीम को इसकी जांच का जिम्मा दिया। शुरुआती जांच में ही यह साबित हो गया कि तीनों कर्मचारियों ने बैंक खाते से 52 लाख रुपए निकाले हैं। लेकिन अभी इसकी जांच चल रही है। दावा किया जा रहा है कि फर्जीवाड़े की रकम 2 करोड़ तक हो सकती है। बैंक खाते से फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद तीनों कर्मचारियों ने बैंक को 38 लाख रुपए वापस भी किए हैं।
इस वजह से बाकी की रकम वापस करने के लिए उन्हें कुछ समय भी दिया गया, लेकिन बाकी रकम की वापसी नहीं होने के बाद ही जांच का दायरा बढ़ाया गया और अब एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। हालांकि पुलिस अभी तीनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि तीनों की लोकेशन की जानकारी मिल गई है। इस वजह से गिरफ्तारी भी कभी भी हो सकती है। इधर दूसरी ओर इस मामले में पुलिस ने भी बैंक से कई दस्तावेज मांगे हैं।