THE NARAD NEWS24 …………………राज्य में उच्च िशक्षा के िलए छात्रों की पहली पसंद अाठ स्वशासी कॉलेज हैं। सत्र 2023-24 में इन कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम में उन्हीं छात्रों को एडमिशन मिला जिनके बारहवीं में 75 प्रतिशत से अधिक नंबर थे। पिछले कई वर्षों से यही ट्रेंड रहा है। राज्य में कुल 285 शासकीय कॉलेज हैं। इनमें से 8 ऑटोनोमस कॉलेज हैं। इन स्वशासी कॉलेजों में प्लेसमेंट की पड़ताल की गई ताे पता चला कि इनमें रोजगार का हाल बेहाल है। तीन साल में यहां 24 कंपनियां आईं और सिर्फ 120 छात्रों को नौकरी मिली। इसमें भी सबसे ज्यादा नाैकरियां गवर्नमेंट विश्वनाथ यादव तामस्कर पोस्ट ग्रेजुएट ऑटोनोमस कॉलेज दुर्ग में िमलीं। यह राज्य में इकलौता शासकीय कॉलेज है जिसे नैक से ए प्लस ग्रेड मिला है। यहां तीन साल में 12 कंपनिया अाईं और 64 छात्रों को नौकरी मिली। इस कॉलेज को छोड़ दिया जाए तो अन्य ऑटोनोमस कॉलेजों में छात्रों के प्लेसमेंट को लेकर स्थिति ठीक नहीं है। राजधानी के तीन प्रमुख कॉलेज साइंस कॉलेज, डिग्री गर्ल्स कॉलेज और छत्तीसगढ़ कॉलेज ऑटोनोमस हैं। साइंस कॉलेज रायपुर में यूजी व पीजी के अलग-अलग कांबिनेशन के 29 कोर्स हैं।यहां करीब 4 हजार छात्र पढ़ते हैं।
प्रिसिंपलों के अनुसार इसलिए नहीं हो रहा कैंपस इंटरव्यू :
0. पहले जो निजी कंपनियां आती थी, उनका वेतन काफी कम रहता था। छात्रों की दिलचस्पी नहीं, इसलिए नहीं बुलाते।
0. निजी कंपनियां संबंधित जिले में नौकरी नहीं देती हैं, कई बार तो राज्य के बाहर नौकरी का ऑफर रहता है। इसलिए छात्रों की दिलचस्पी नहीं।
0. कैंपस इंटरव्यू में जिन छात्रों को नौकरी मिलती है वे बाद में ज्वाइन नहीं करते हैं इसलिए दोबारा वह कंपनी कैंपस इंटरव्यू के लिए नहीं आती।
0. सरकारी नौकरी की आस में छात्र कैंपस इंटरव्यू में शामिल नहीं होते, इसलिए नहीं बुलाते।
राज्य के ऑटोनोमस कॉलेजों में प्लेसमेंट का हाल…
कॉलेज – कुल छात्र – कंपनी आई- नौकरी मिली
गवर्नमेंट छत्तीसगढ़ कॉलेज रायपुर-4000-0-0
गवर्नमेंट डिग्री गर्ल्स कॉलेज रायपुर-4000-0-0
गवर्नमेंट साइंस कॉलेज रायपुर- 4000-4-20
गवर्नमेंट पीजी काॅलेज अंबिकापुर-6000-4-6
गवर्नमेंट साइंस कॉलेज दुर्ग-7000-12-64
गवर्नमेंट साइंस कॉलेज बिलासपुर-3000-0-0
िबलासा गर्ल्स काॅलेज िबलासपुर- 3500-0-0
दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव-5500- 4-30
यह कहा कॉलेजों ने :
– साइंस कॉलेज रायपुर, प्लेसमेंट सेल प्रभारी बीपी त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना के बाद से यहां बड़ी कंपनिया नहीं आ रही हैं। स्थानीय कंपनियां आई हैं, लेकिन उनका पैकेज कम था। इसलिए इनमें छात्रों की दिलचस्पी कम थी।
– डिग्री गर्ल्स कॉलेज रायपुर, प्रिंसिपल, किरण गजपाल ने बताया िक यहां प्लेसमेंट सेल नहीं है। पहले कंपनियां आती थीं, वह छत्तीसगढ़ से बाहर का जॉब ऑफर करती थीं। साथ ही मंथली सैलरी भी कम रहती थी।