वनमंत्री केदार कश्यप ने नारायणपुर विधानसभा में 11.82 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन
भूजल संरक्षण, सिंचाई सुविधाओं को बढ़ावा देने परियोजनाओं की हो रही शुरूआत

The Narad News 24,,,नारायणपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सुशासन सरकार की विकास-केन्द्रित सोच और जनसरोकारों को प्राथमिकता देने की नीति के तहत आज नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र में 11 करोड़ 82 लाख 31 हजार रुपये की लागत से होने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन संपन्न हुआ। वन मंत्री एवं नारायणपुर विधायक श्री केदार कश्यप ने इन कार्यों का भूमिपूजन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में समावेशी और क्षेत्रीय विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

भूमिपूजन कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत खण्डसरा में 02.98 करोड़ रुपये की लागत से कोटगढ़ नाला पर एनीकट कम काजवे निर्माण कार्य का भूमिपूजन हुआ। यह परियोजना न केवल भू-जल संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि सिंचाई सुविधा और सुगम आवागमन को भी सुनिश्चित करेगी। ग्रामीणों ने इस कार्य को क्षेत्र की वर्षों पुरानी आवश्यकता की पूर्ति बताया। इसी प्रकार ग्राम पंचायत पखनाकोंगेरा में भी कोटगढ़ नाला पर 2.98 करोड़ रुपये की लागत से एनीकट निर्माण कार्य एवं मौली माता मंदिर के समीप 02.76 करोड़ रुपये की लागत से एनीकट निर्माण कार्य का भूमिपूजन हुआ, जो जल प्रबंधन की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। इसी क्रम में 05 लाख की लागत से ग्राम पंचायत कोटगढ़ में रंगमंच निर्माण का भूमिपूजन किया गया।
भूमिपूजन के क्रम में ग्राम पंचायत तुरपुरा-1 में हाईस्कूल के सामने 03 लाख की लागत से पुलिया निर्माण एवं ग्राम पंचायत केशरपाल में 02 लाख की लाागत से झुराबंध तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया। इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करना, कृषि और जल संसाधनों को सशक्त बनाना तथा सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देना है।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि क्षेत्र की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा स्थानीय विकास योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से न केवल आर्थिक समृद्धि बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। सुशासन सरकार ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया है कि बस्तर अब विकास की मुख्यधारा में है। जल संसाधन, सड़क, शिक्षा, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में निरंतर कार्य हो रहे हैं। आज का भूमिपूजन कार्यक्रम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल विकास की गति को तेज करेगा बल्कि जनविश्वास को भी मजबूत करेगा।
कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति रही।


