THE NARAD NEWS24……………………हॉस्पिटल में पति-पत्नी की हत्या करने के बाद हत्यारों ने शराब पार्टी की। पार्टी के बाद हत्यारे आराम से सो गए। देर रात पुलिस ने होटल में दबिश दी और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामला झालावाड़ जिले के भवानीमंडी का है। पुलिस ने हत्यारों को रावतभाटा से अरेस्ट किया।
पुलिस के अनुसार हत्या के आरोप में भैरूलाल गुर्जर (30), दिनेश भील (25), करण गुर्जर (22) को गिरफ्तार कर लिया। जबकि बल्लू गुर्जर (36) अभी फरार है। बल्लू गुर्जर मुख्य आरोपी भैरूलाल गुर्जर का बड़ा भाई है।
बदमाशों ने भवानीमंडी में 14 सितंबर (गुरुवार) को दिनदहाड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में जितेंद्र सिंह (35) और उसकी पत्नी अनिता (30) पर चाकू से हमला कर दिया था। हमले में अनिता की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं जितेंद्र ने जिला हॉस्पिटल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया था।
जितेंद्र सिंह ने मरने से पहले अपना बयान दिया था। इन बयानों के आधार पर पुलिस ने भैरूलाल गुर्जर, दिनेश भील, करण गुर्जर और बल्लू गुर्जर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। वारदात को अंजाम देने के बाद ये भागकर रावतभाटा पहुंच गए थे। जहां एक होटल में रुके और शराब पार्टी की। इसके बाद आराम से सो गए।
वारदात के बाद से ही पुलिस लगातार इनके पीछे थी और जगह-जगह नाकाबंदी कर दी गई थी। रात करीब सवा 12 बजे पुलिस को इनके ठिकाने की सूचना मिल गई। इसके बाद रावतभाटा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें भवानीमंडी पुलिस को सौंप दिया गया है।
बल्लू ने की थी जितेंद्र की रेकी
पुलिस ने खुलासा किया कि वारदात के वक्त बल्लू गुर्जर हॉस्पिटल के बाहर खड़ा रहा था। जबकि भैरूलाल, दिनेश भील और करण गुर्जर अंदर गए थे। इस वारदात के बाद पुलिस अस्पताल के सीसीटीवी डीवीआर को अपने साथ ले गई थी। दैनिक भास्कर ने किसी तरह उन वीडियो को हासिल किया, जिसमें बदमाश दंपती को बेरहमी से मार रहे थे।
शुक्रवार को एक और वीडियो सामने आया। ये वीडियो अस्पताल के वेटिंग हॉल के दूसरे कोने में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ है। इस वीडियो में जितेंद्र को मारते हुए भैरू, करण और दिनेश साफ दिख रहे हैं। करण ने जितेंद्र के हाथ पकड़े। वहीं भैरू बेस बॉल के बैट से जितेंद्र के पैरों पर लगातार मार रहा है। वहीं दिनेश भील एक के बाद एक चाकू से वार कर रहा है।
इधर, इस मामले में करणी सेना ने आक्रोश जताया। शुक्रवार सुबह करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने मॉर्च्युरी के बाहर धरना दिया और जितेंद्र सिंह का शव उठाने से इनकार कर दिया। इन लोगों ने आरोपियों को सख्त सजा और परिजनों को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिलवाने की मांग की। सूचना के बाद कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश की।