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ढाई महीने में छह हजार गैस कनेक्शन ब्लॉक:एक आधार कार्ड पर 2 या अधिक ले लिए, उज्ज्वला वाले 1200 भी गड़बड़ मिले

THE NARAD NEWS24…………………..छत्तीसगढ़ में गैस कनेक्शन में गोलमाल की बड़ी शिकायतों के बाद तीनों पेट्रोलियम कंपनियों ने जुलाई से जांच शुरू की और ढाई माह में 6 हजार से ज्यादा गैस कनेक्शनों को गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद ब्लाॅक कर दिया। एक आधार कार्ड से अलग-अलग पेट्रोलियम कंपनियों से कनेक्शन लेने वालों पर यह सख्ती की गई है। जो नया कनेक्शन है, उसे ब्लाॅक किया गया है।

सिर्फ रायपुर जिले में इतने कनेक्शन ब्लाॅक किए गए हैं। इनमें से 5 हजार कनेक्शन नाॅर्मल हैं। उज्ज्वला योजना के 1200 कनेक्शन ब्लाॅक किए गए हैं। कई सरकारी कर्मचारियों के साथ ही बड़ी संख्या में आयकरदाताओं के भी उज्ज्वला कनेक्शन मिले हैं, जिनसे कंपनियां हैरान हैं। जांच पूरे छत्तीसगढ़ में चल रही है और जुलाई से अब तक अनुमानित रूप से 25 हजार कनेक्शन ब्लाॅक किए जा चुके हैं।

केंद्र सरकार के निर्देश पर अभी राज्यभर के राशन कार्डों का सत्यापन हो रहा है। इसमें राशन कार्ड में शामिल सभी लोगों के आधार कार्ड लिए जा रहे हैं। इसी रिकार्ड से इस बात की जानकारी मिली है कि इंकम टैक्स देने वाले, सरकारी नौकरी वाले और जीएसटी नंबर लेकर कारोबार करने वालों ने भी उज्जवला गैस कनेक्शन ले लिया है। ऐसे सभी लोगों के कनेक्शनों को भी ब्लॉक किया जा रहा है। अभी तक जिले में उज्जवला गैस लेने वाले 1200 से ज्यादा लोगों के कनेक्शन ब्लॉक हो गए हैं।

पहली बार बनाया सॉफ्टवेयर

पेट्रोलियम कंपनियों का मानना है कि एक घर में जरूरत से ज्यादा सिलेंडर जा रहे हैं, तो यह माना जाएगा कि दुरुपयोग किया जा रहा है। इसीलिए कंपनियों ने डी-डुप्लीकेशन वाले कनेक्शन की जांच के लिए नया सॉफ्टवेयर लांच किया। यह सॉफ्टवेयर इतना स्ट्रांग है इसमें ऐसे नामों की तुरंत पहचान हो रही है जिन्होंने एक नाम से अलग-अलग कंपनियों में गैस कनेक्शन लिए हैं। जुलाई से जांच शुरू होने के बाद सितंबर में पहली लिस्ट के आधार पर गैस कनेक्शन ब्लॉक करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।

कनेक्शन ब्लॉक पर विवाद

दैनिक भास्कर की पड़ताल में यह बात सामने आई कि किसी महिला ने गरीबी रेखा के राशन कार्ड से पीएम उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन लिया। फिर उसी घर के किसी सदस्य ने दूसरा कनेक्शन भी ले लिया। अब ये दोनों ऑटोमेटिक ब्लॉक हो रहे हैं। इस वजह से गैस एजेंसियों में विवाद भी शुरू हो गया है। एजेंसी वाले केवल ​कंपनियों के मेन सर्वर का हवाला देकर लोगों को लौटा रहे हैं। पेट्रोलियम कंपनी वालों का कहना है कि किसी घर के पूरे कनेक्शन ब्लाॅक नहीं रहेंगे, एक से ब्लॉक हटा दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में 90 लाख कनेक्शन जांचे जाएंगे

छत्तीसगढ़ समेत देशभर में 2016-17 में शुरू हुई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 30 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन बांटे गए हैं। इसी तरह, राज्यभर में घरेलू गैस कनेक्शन की संख्या 62 लाख से ज्यादा है। रायपुर जिले में डेढ़ लाख से ज्यादा उज्ज्वला कनेक्शन और करीब 5.20 लाख घरेलू ​सिलेंडर वाले ग्राहक हैं। आने वाले दिनों में सॉफ्टवेयर इन सभी गैस कनेक्शनों की जांच करेगा और गड़बड़ी पर कनेक्शन आटो मोड में ब्लॉक किए जाएंगे।

कंपनियां जांच के आधार पर कार्रवाई कर रहीं

एक ही नाम से अगर किसी ने दो अलग-अलग गैस कंपनियों में सिलेंडर ले लिया, तो एक कनेक्शन ब्लॉक किया जा रहा है। यह काम पेट्रोलियम कंपनियां अपनी जांच के आधार पर सीधे कर रही हैं।

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