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कोहली के इंटरनेशनल क्रिकेट में 15 साल पूरे:22 गज की पिच पर 500 KM से ज्यादा दौड़े; जानिए 15 टॉप रिकॉर्ड्स

इस स्टोरी में हम कोहली के इंटरनेशनल करियर से जुड़े 15 रिकॉर्ड के बारे में जानेंगे।

8 अगस्त, 2008- बनाम श्रीलंका… विराट कोहली ने आज से ठीक 15 साल पहले इंटरनेशनल डेब्यू किया था। कोहली ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था। कोहली ने अपने इंटरनेशनल करियर (वनडे, टेस्ट, टी-20) में अब तक 501 मैच में 76 शतक की मदद से 25582 रन बनाए हैं।

1- 15 साल के करियर में कोहली 22 गज की पिच पर 500 KM से ज्यादा दौड़े
विराट कोहली ने अपने 15 साल के करियर में क्रिकेट की पिच पर 510 किलोमीटर रनिंग की है। उन्होंने अपने रन के लिए 277 किमी दौड़ लगाई, जबकि अपने पार्टनर के लिए दौड़ते हुए 233 किमी की दूरी तय की। इनमें वही रन शामिल हैं जो उन्होंने दौड़कर बनाए, यानी इनमें बाउंड्री की दौड़ शामिल नहीं है।

2- चेज करते हुए 518 का औसत
टी-20 वर्ल्ड कप में बल्ले से कोहली ने शानदार परफॉर्म किया है। वह टी-20 वर्ल्ड कप 2014 और 2016 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। इस दौरान टारगेट चेज करते हुए उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। टी-20 वर्ल्ड कप में चेज करते हुए कोहली का बैटिंग औसत 518 का है। अन्य कोई बल्लेबाज 200 के औसत तक भी नहीं पहुंच सका। इस दौरान भारत ने 10 मैचों में से 9 में जीत हासिल की है, और 8 में कोहली नॉटआउट रहे।

3- 83 वेन्यू में से 46 पर शतक बनाए
कोहली ने अब तक अपने इंटरनेशनल करियर में 83 वेन्यू पर क्रिकेट खेला है, इनमें से 46 पर उन्होंने शतक भी बनाए हैं। अपने 76 शतक में सबसे ज्यादा पांच शतक उन्होंने एडिलेड ओवल मैदान पर लगाए। केवल सचिन ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कोहली से ज्यादा वेन्यू पर शतक लगाए हैं। सचिन ने 53 वेन्यू पर शतक लगाए हैं।

4- वर्ल्ड कप डेब्यू पर सेंचुरी
कोहली ने वनडे वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में शतक और टी-20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में अर्धशतक लगाया था। वो ऐसा करने वाले उस समय पहले खिलाड़ी थे। वनडे वर्ल्ड कप 2011 कोहली का पहला वर्ल्ड कप था। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले मैच में ही 100 रन बना दिए। फिर 2012 में अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में ही फिफ्टी लगा दी।

उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के एरोन फिंच ने 2014 टी-20 वर्ल्ड कप में अपने पहले मैच में फिफ्टी और 2015 में वनडे वर्ल्ड कप के अपने डेब्यू मैच में शतक लगाकर कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी की।

5- मेजबान देशों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन
विराट कोहली ने उन सभी नौ देशों में शतक बनाया है जहां-जहां उन्होंने वनडे मैच खेला है। वहीं टेस्ट में आठ देशों में से सात देशों में उन्होंने सेंचुरी लगाई। इनमें केवल बांग्लादेश ऐसा देश है जहां उन्होंने शतक नहीं लगाया। वहीं ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज में कोहली ने इन्हीं देशों के खिलाफ वनडे और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में शतक लगाए हैं।

केवल 2 खिलाड़ियों (सात सचिन तेंदुलकर और कुमार संगकारा) ने कोहली के बराबर या उनसे अधिक देशों में मेजबान देश के खिलाफ टेस्ट और वनडे दोनों में शतक बनाए हैं।

6- कोहली के दस पारियों में लगभग 1000 रन
साल 2018 में फरवरी और अक्टूबर के बीच कोहली ने 10 वनडे पारियों में करीब 1000 रन बनाए थे। कोहली ने 197वीं और 206वीं वनडे पारी के बीच 142 की औसत से 995 रन बनाए थे, जिसमें 5 शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे। यह किसी भी बल्लेबाज का वनडे की 10 पारियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। कोहली ने अक्टूबर 2016 से जून 2017 के बीच 857 रन बनाने वाले डेविड वार्नर के पिछले रिकॉर्ड को 138 रन से पीछे छोड़ा था।

7- कोहली के ही नॉट आउट 166 रन के खिलाफ श्रीलंका 73 पर ऑल आउट
इस साल के शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए वनडे सीरीज के तीसरे मैच में तिरुवनंतपुरम में कोहली ने नाबाद 166 रन की पारी खेली। भारत ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 390 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका 73 रन पर आउट हो गया। भारत यह मैच रिकॉर्ड 317 रन से जीता था।

इस मैच में कोहली ने अकेले ही श्रीलंकाई टीम को 93 रनों से हरा दिया, जो मेंस वनडे मैच में किसी बल्लेबाज के स्कोर और विरोधी टीम के कुल स्कोर के बीच दूसरा सबसे बड़ा अंतर है। पहला भी भारत-श्रीलंका वनडे के दौरान ही था, जब साल 2000 में सनथ जयसूर्या ने 189 रन बनाए और भारत 54 रन पर ऑल आउट हो गया। यानी भारत जयसूर्या के ही स्कोर से 135 रन से पीछे रह गया।

8- दोहरे शतक का रिकॉर्ड
डेब्यू से 2016 तक कोहली के नाम 41 टेस्ट में 11 शतक थे। वह केवल एक बार 150 का आंकड़ा पार कर पाए थे, उन्होंने 2014 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए। इस दौरान वह 7 बार 100 से 120 रन से अंदर भी आउट हुए थे।

2016 से 2019 के बीच उन्होंने अपने 15 शतकों में से सात को दोहरे शतक में बदला, जो एक भारतीय रिकॉर्ड है। कोहली लगातार चार टेस्ट सीरीज में दोहरे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी बने थे। उन्होंने 2016 से 2017 के बीच में वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ दोहरे शतक लगाए।

9- रन चेज में 27वें ओवर में बैटिंग करने उतरने के बाद दो शतक लगाए
विराट कोहली ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जयपुर वनडे में महज 52 गेंद में शतक ठोका था। इस मैच में वो 27वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे। ये भारत के लिए वनडे का सबसे तेज शतक है। इसी सीरीज में उन्होंने नागपुर में 61 गेंद में शतक लगा दिया था। ये वनडे में भारत के लिए तीसरा सबसे तेज शतक था।

इस मैच में कोहली 30वें ओवर में बैटिंग करने उतरे थे। इसके साथ ही कोहली 25 ओवर के बाद वनडे में रन चेज में एक से अधिक शतक बनाने वाले इकलौते बैटर बने थे। केविन पीटरसन, अब्दुल रज्जाक, जैकब ओरम ने ऐसा एक-एक बार किया है।

10- कोहली की कप्तानी में तीन बार 5-0 से सीरीज जीता भारत
जिम्बाब्वे में 2013 के दौरे पर कोहली को पहली बार भारत की कप्तानी सौंपी गई थी और भारत को वनडे सीरीज में 5-0 की जीत हासिल हुई। एमएस धोनी की गौरमौजूदगी में उन्हें फिर से यह जिम्मेदारी 2014 में श्रीलंका के खिलाफ मिली, भारत में खेली गई सीरीज टीम इंडिया ने 5-0 से जीती। 2017 में टीम इंडिया श्रीलंका गई, यहां भी टीम 5-0 से जीती।

इस तरह कोहली मेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में चार या उससे अधिक मैचों की सीरीज में तीन बार व्हाइटवॉश करने वाले इकलौते कप्तान हैं।

11- टारगेट चेज करते हुए 26 शतक
कोहली वनडे फॉर्मेट में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड 49 शतकों की बराबरी करने से तीन शतक दूर हैं। लेकिन, टारगेट चेज करते हुए वो सचिन से काफी आगे हैं। अब वनडे में उनके नाम टारगेट चेज करते हुए 26 शतक हैं, जो तेंदुलकर के 17 से नौ अधिक है। कोहली के नौ शतक तब बने हैं जब भारत 300 से अधिक रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा हो।

12- डेब्यू पर सबसे युवा ओपनर भारतीय
विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू ठीक आज ही के दिन 2008 में श्रीलंका के खिलाफ किया था, जब वो 19 साल और 287 दिन के थे। उन्होंने पहले वनडे में ओपन किया था और इसी के साथ भारत के लिए मेंस वनडे क्रिकेट में डेब्यू में ओपनिंग करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए, जो रिकॉर्ड आज भी कायम है।

कोहली ने उस सीरीज में पांचों मैचों में ओपन किया, हालांकि इसके बाद 15 सालों में वह केवल दो बार ओपनर जोड़ी का हिस्सा बनें।

केवल पार्थिव पटेल, युवराज सिंह और विनोद कांबली ने कोहली से कम उम्र में भारत के लिए वनडे में ओपन किया है, लेकिन इससे पहले वे और मैच खेल चुके थे, जिसमें उन्होंने ओपन नहीं किया था।

13- बगैर गेंद फेंके विकेट लेने का रिकॉर्ड
विराट कोहली ने अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर में एक भी लीगल गेंद फेंके बगैर ही विकेट लेने का कारनामा कर रखा है। 2011 में उन्होंने अपने स्पेल की पहली ही गेंद वाइड फेंकी थी, जिस पर इंग्लैंड के केविन पीटरसन स्टंपिंग हो गए। इससे पहले उन्होंने इंटरनेशनल करियर में कभी बॉलिंग नहीं की थी। इसी के साथ वह पुरुष इंटरनेशनल क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में 0वीं गेंद पर विकेट लेने वाले पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं।

मेंस टी-20 इंटरनेशनल में अब तक 3 बार ही टी-20 पारी में पहली लीगल गेंद फेंकने से पहले विकेट लेने का कारनामा हुआ है। 2010 में इंग्लैंड के ग्रैम स्वान ने सोएब मलिक को आउट किया था, 2012 में वेस्टइंडीज के सुनील नरेन ने मार्टिन गप्टिल का विकेट लिया था और 2014 में बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने लेंडल सिमंस को वाइड गेंद पर आउट कर रखा है। हालांकि तीनों ही बार गेंदबाज इंटरनेशनल क्रिकेट में पहले भी गेंदबाजी कर चुके थे।

14- सबसे ज्यादा दोहरी शतकीय साझेदारियां
कोहली के नाम वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक दोहरे शतकीय साझेदारियां (13) हैं। इनमें पांच में उनके जोड़ीदार रोहित शर्मा रहे हैं। जो इस फॉर्मेट में किसी भी जोड़ी द्वारा सबसे अधिक है। रोहित इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं, जो दस बार दोहरे शतकों की साझेदारी किए हैं। कोहली के अन्य आठ दोहरे शतकों में छह साझेदार शामिल हैं, गौतम गंभीर (तीन), वीरेंद्र सहवाग, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, केदार जाधव और ईशान किशन।

15- जहां डेब्यू किया, वहीं धोनी का रिकॉर्ड तोड़ा
कोहली ने साल 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू सबीना पार्क में ही किया था। आठ साल बाद इसी मैदान पर वह भारत के टेस्ट इतिहास में सबसे सफल कप्तान बने। उस दौरान उन्होंने धोनी के 27 टेस्ट जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा था। टेस्ट कप्तानी से हटने से पहले कोहली ने 12 और मैच जीते और कुल 40 जीत के साथ अपने टेस्ट कप्तानी सफर का अंत किया, जो टेस्ट इतिहास में किसी भी कप्तान के लिए चौथा सर्वाधिक रिकॉर्ड है।

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