कांग्रेस पहले ‘छत्तीसगढ़ के भाँचा’ श्रीराम और सनातन विरोधी राजनीतिक चरित्र के लिए देश से माफी मांगे : भाजपा
प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव ने मुख्यमंत्री साय और मंत्रियों के भगवान श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाने पर कांग्रेस की कसमसाहट पर तंज कसा
‘कांग्रेस की पूरी राजनीतिक सोच घृणित हो चुकी, तुष्टीकरण के मकड़जाल में फँसी कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति करके गंदी मानसिकता का प्रदर्शन कर रही है’
बजाय प्रलाप करने के, अयोध्या जाकर सभी कांग्रेसियों को ‘छत्तीसगढ़ के भाँचा’ श्रीराम के पावन दर्शन करना चाहिए ताकि उनको सद्बुद्धि आए : अनुराग
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और बिलासपुर संभाग प्रभारी अनुराग सिंहदेव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा शनिवार को भगवान श्री रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाने पर कांग्रेस की कसमसाहट पर तंज कसते हुए कहा कि भगवान श्रीराम के अस्तित्व को सिरे से नकारने और जनवरी में श्री रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य समारोह का न्योता ठुकराने के अपराध-बोध से ग्रस्त कांग्रेसी नेता अब भी श्री राम और सनातन संस्कृति को लेकर विधवा प्रलाप से बाज नहीं आ रहे हैं। श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेसियों को पहले अपने ‘छत्तीसगढ़ के भाँचा’ श्रीराम और सनातन विरोधी राजनीतिक चरित्र के लिए पूरे प्रदेश और देश से माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय और मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के श्री रामलला के दर्शन करने से कांग्रेस के लोग बुरी तरह चिढ़े हुए हैं। दरअसल कांग्रेस कभी यह चाहती ही नहीं थी कि अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बने। अब मंदिर बन गया है और अपनी आस्था व श्रद्धा के साथ श्रद्धालु वहाँ दर्शन करने जा रहे हैं तो कांग्रेसियों को यह भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है। खुद कांग्रेसी तो श्रीराम के दर्शन करने अयोध्या गए नहीं, और श्रद्धालु दर्शन करने जा रहे हैं तो कांग्रेसियों की छाती पर साँप लोटने लगा है। उन्हें श्रद्धालुओं का श्रीराम के दर्शन करने जाना जरा भी नहीं सुहा रहा है। श्री सिंहदेव ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस ने श्री राम मंदिर को लगातार एक विवाद का विषय बनाकर रखा हुआ है। कांग्रेस ने भगवान श्री राम को हमेशा कठघरे में खड़ा करने का धत्कर्म किया है और आज भी कांग्रेसी यही काम कर रहे हैं। इससे यह साफ होता है कि कांग्रेसियों की पूरी राजनीतिक सोच घृणित हो चुकी है, तुष्टीकरण के मकड़जाल में फँसी कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति करके कदम-कदम पर अपनी गंदी मानसिकता का प्रदर्शन कर रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि वामपंथियों के कब्जे में जकड़ चुकी कांग्रेस आज वैचारिक तौर पर पूरी तरह दरिद्र हो चली है और इसीलिए श्री राम, सनातन, हिन्दुत्व, भारतीय गौरव जैसे वे तमाम विषय, जो भारतीय जनमानस को अपने शाश्वत सांस्कृतिक आदर्शों व जीवन मूल्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं, के खिलाफ कांग्रेस को विष-वमन करते कोई हिचक नहीं होती। यही कारण है कि कांग्रेस का राजनीतिक अस्तित्व खात्मे की ओर बढ़ रहा है और कांग्रेस का राजनीतिक भविष्य अंधकारमय साफ दिख रहा है। श्री सिंहदेव ने दो टूक कहा कि जिस कांग्रेस ने भगवान श्रीराम के नाम पर दुष्प्रचार किया, जिस कांग्रेस ने भगवान श्री राम को राजनीति का विषय बनाया है, उस कांग्रेस को तो अब कोई भी नहीं बचा सकता। ज्यादा अच्छा तो यही होगा कि बजाय यहाँ बैठकर प्रलाप करने के, अयोध्या जाकर भूपेश ,महंत ,बैज टी एस बाबा सामुहिक रूप से रामलला के दर्शन करे।
जब कांग्रेस गांधी परिवार भांचा राम के जन्मभूमि को कोर्ट में असत्य सिध्द करने में लगी रही वही प्राणप्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा कर हिन्दू को हिंसक बता कर अपना मूल चरित्र उजागर किया है सभी कांग्रेसियों, विशेषकर छत्तीसगढ़ के कांग्रेसियों को ‘छत्तीसगढ़ के भाँचा’ श्रीराम के पावन दर्शन करना चाहिए ताकि उनको सद्बुद्धि आएगी।
प्रपंच फैलाने और पाखंड करने की अपनी आदत से बघेल बाज आएँ : भाजपा
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन का डायरिया को लेकर भूपेश के ट्वीट पर तीखा पलटवार, कहा : झूठ, प्रपंच और फरेब की राजनीति ने बघेल को कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है
डायरिया का प्रकोप मौसमजनित समस्या है और प्रदेश की भाजपा सरकार इससे युद्धस्तर पर निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करके स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कबीरधाम जिले में डायरिया के फैलाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि बघेल हमेशा झूठ और फरेब की राजनीति करने में ही माहिर रहे हैं। लाशों पर राजनीति करना उनकी सियासी फितरत है। बघेल आज भी वही कर रहे हैं और जब सत्ता में थे, तब भी अपने पूरे कार्यकाल में यही करते रहे। श्री शर्मा ने नसीहत दी है कि प्रपंच फैलाने और पाखंड करने की अपनी आदत से बघेल को बाज आना चाहिए क्योंकि इसी झूठ, प्रपंच और फरेब की राजनीति ने बघेल को कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि आज डायरिया से हुई मौतों को लेकर बघेल जिस वाचालता का प्रदर्शन कर रहे हैं, वह लाशों पर राजनीति करने के कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र का परिचायक ही है। अपने शासनकाल में डायरिया से एक भी मौत नहीं होने का दावा करते बड़बोले बघेल को जरा ‘आईने’ में झाँक लेना चाहिए जब उनके ही शासनकाल में लगभग 40 हजार आदिवासी बच्चे इलाज के अभाव में दुनिया से विदा होने के लिए विवश हो गए थे। तब बघेल को आदिवासियों, किसानों, बच्चों की फिक्र क्यों नहीं सता रही थी? तब बघेल के कानों पर जूँ तक नहीं रेंगी थी! श्री शर्मा ने कहा कि 40 हजार बच्चों की मौत पर जब भी चर्चा हुई, बघेल इसे विपक्षी दुष्प्रचार बताते रहे, जबकि उन्हीं की सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने विधानसभा में इन मौतों का होना स्वीकार किया था। बघेल को आदिवासियों, किसानों और बच्चों के नाम पर राजनीतिक रोटियाँ सेंकने से बाज आना चाहिए।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि डायरिया का प्रकोप मौसमजनित समस्या है और प्रदेश की भाजपा सरकार इससे युद्धस्तर पर निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करके स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही है। प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ इस समस्या से पीड़ितों को राहत पहुँचाने के लिए प्रयासरत है और शीघ्र ही प्रदेश इस बीमारी के प्रकोप से मुक्त होगा। श्री शर्मा ने कहा कि जिन बघेल के राज में प्रदेश के हर वर्ग, समाज और समुदाय के लोग अन्याय, अत्याचार, अनीति और कुशासन का दंश झेल रहे थे, लोग सरकारी सुविधाओं के लिए मोहताज कर दिए गए थे, कोरोना काल तक में जिस सरकार की संवेदनाएँ वेंटीलेटर पर थीं, उस सरकार के मुखिया रहे भूपेश बघेल आज किस मुँह से झूठ बोल रहे हैं? फरेब की राजनीति करके राजनांदगाँव में अपनी करारी शिकस्त का ग़म ग़लत करते बघेल अब शर्मनाक राजनीतिक आचरण पेश करके प्रदेश का ध्यान कांग्रेस शासन के नाकारापन से हटाने की अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद नाकाम ही रहेंगे।