एस.आर.यू में तृतीय दीक्षांत समारोह का हुआ भव्य आयोजन माननीय राज्यपाल ने की अध्यक्षता…
18 स्वर्ण पदक, 56 शोध उपाधियों के साथ 1440 विद्यार्थियों को दी गई डिग्रियां
नवाचार, अनुसंधान और विकास के माध्यम से ही हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं… माननीय राज्यपाल
The Narad News 24,,,,,, रायपुर में श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के 18 उत्कृष्ट विद्यार्थियों को चांसलर्स स्वर्ण पदक, 56 शोधार्थियों के साथ 1440 विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम पूर्ण करने पर उपाधियां प्रदान की गई । यूनिवर्सिटी के माननीय कुलाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल श्री रमेन डेका की गरिमामय उपस्थिति में श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्तकरता, शोधार्थी, शिक्षक और गणमान्य अतिथि अभिभूत दिखे।
दीक्षांत शोभायात्रा के साथ समारोह का शुभारंभ हुआ, जिसमें यूनिवर्सिटी के कुलसचिव, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शैक्षणिक परिषद् , प्रबंध मंडल एवं शासी निकाय के सदस्य, विभिन्न संकायाध्यक्ष, कुलपति,प्रति-कुलाधिपति, माननीय कुलाधिपति एवं माननीय राज्यपाल के साथ गणमान्य अतिथि उपश्थित रहे। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन कर माननीय राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह के उद्घाटन की अनुमति प्रदान कर कार्यक्रम को आरोहित किया।
यूनिवर्सिटी के कुलपति एस.के सिंह ने स्वागत उद्बोधन के साथ यूनिवर्सिटी का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा प्रति कुलाधिपति श्री हर्ष गौतम द्वारा स्नातकों को शपथ ग्रहण करवाया गया। माननीय राज्यपाल रमेन डेका ने यूनिवर्सिटी के 18 उत्कृष्ट विद्यार्थियों को चांसलर्स स्वर्ण पदक से सम्मानित कर उन्हें गौरवान्वित किया और श्री प्रहलाद सिंह टीपान्या पद्मश्री सुप्रसिद्ध लोक गायक (कबीर भजन) तथा डॉ. सुरेन्द्र दुबे, पद्मश्री पूर्व सचिव, राजभाषा आयोग छत्तीसगढ़ को मानक उपाधि से सम्मानित किया। अन्य सभी विद्यार्थियों ने मंचासीन अतिथियों द्वारा उपाधियाँ प्रदान की गई ।
माननीय कुलाधिपति अनंत विभूषित श्री रविशंकर जी महाराज ने यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, हमारा देश और समाज आप जैसे युवा नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रहा है। आप सभी में समाज में परिवर्तन लाने की असीम क्षमता है। अपने ज्ञान का उपयोग न केवल अपने व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए भी करें। याद रखिए सच्ची शिक्षा केवल किताबों में नहीं होती, यह जीवन के हर क्षेत्र में मिलती है। इसलिए सीखने की प्रक्रिया को कभी न रोकें, जिज्ञासु रहे, प्रश्न पूछें और नए विचारों के प्रति सजक रहें। आप सभी के उज्वल भविष्य की कामना के साथ, मैं एक बार फिर आप सबको बधाई देता हूं। आशा करता हूं कि आप अपने सपनों को साकार करेंगे और अपने माता-पिता, शिक्षकों और इस यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करेंगे।
माननीय राज्यपाल रमन डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि दीक्षांत समारोह का यह दिन आपके जीवन के एक महत्वपूर्ण चरण के पूरा होने का प्रतीक है। आप सभी ने अपने मूल विषय में ज्ञान प्राप्त करने के लिए अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और मूल्यों को आत्मसात करने के लिए कड़ी मेहनत की है। यह आप में से कई लोगों के माता-पिता के लिए संतुष्टि का दिन है। जिन्होंने आपको शिक्षित करने में अपनी मेहनत की कमाई लगाई है। मुझे विश्वास है कि डिग्रियों से अधिक, यहां आपने जो ज्ञान और मूल्य ग्रहण किए हैं, वे आपको सौभाग्य के मार्ग पर ले जाएंगे।
माननीय राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी के शिक्षकों, संकाय सदस्यों और शोध निदेशंकों मार्गदर्शकों की भी सराहना करते हुए कहा कि आपने ज्ञान निर्माण के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और विद्यार्थियों की सोच और दृष्टिकोण को एक निश्चित दिशा देने के लिए कड़ी मेहनत की। साथ ही युवाओं को यह प्रेरणा दी कि नवाचार, अनुसंधान और विकास के माध्यम से ही हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और गरीबी, बीमारी, बेरोजगारी और भूख सहित इसकी कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। इस यूनिवर्सिटी के स्नातकों के रूप में आपके पास विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, कानून और अन्य विषयों के ज्ञान का उपयोग करके सामाजिक परिवर्तन लाने की जिम्मेदारी है।
टीआईएसएस मुंबई के चांसलर और यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डी.पी सिंह ने दीक्षांत समारोह के अवसर में लोक कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष अनंत विभूषित श्री रविशंकर जी महाराज द्वारा स्थापित सेवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अतुलनीय प्रथम कदम से लेकर विभिन्न भव्य संस्थानों की स्थापना तक के उद्देश्यों की सराहना की ।
यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने आभार व्यक्त किया राष्ट्रगान और दीक्षांत शोभा यात्रा के पुनः प्रस्थान के साथ दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ।