लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट देकर खेल दिया बड़ा दांव, चुनाव से पहले ही हॉट हुई राजनांदगाँव की सीट…
Lok Sabha elections: Congress played a big bet by giving ticket to former Chief Minister Bhupesh Baghel, Rajnandgaon seat became hot even before the elections…
THE NARAD NEWS 24,,,,,खैरागढ़। देश में 18वीं लोकसभा के लिए जल्द ही चुनावों की घोषणा होने वाली है. इसके पहले ही राजनांदगाँव की लोकसभा सीट एक बार फिर सुर्खियों में है. कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगाँव से चुनावी मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला दूसरी बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे वर्तमान सांसद संतोष पाण्डेय से है. राजनांदगाँव लोकसभा में आठ विधानसभा सीटें और चार जिला केन्द्र हैं. कवर्धा और राजनांदगाँव के अलावा अब मानपुर मोहला और खैरागढ़ इस बार नये जिला केन्द्र बनाये गये हैं. आठ विधानसभा सीटों में भाजपा के पास तीन तो कांग्रेस का बाकी पांच सीटों पर कब्जा है.
कांग्रेस के पाँच विधायकों में मानपुर से इंद्रशाह मडावी, खुज्ज़ी से भोलाराम साहू, डोंगरगाँव से दलेश्वर साहू, डोंगरगढ़ से हर्षिता स्वामी बघेल और खैरागढ़ से यशोदा वर्मा निर्वाचित हैं. वहीं भाजपा से कवर्धा से उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजनांदगाँव से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और पंडरिया से भावना बोहरा जीते हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में राजनांदगाँव के मानपुर, डोंगरगाँव, खुज्ज़ी, डोंगरगढ़ और खैरागढ़ से कांग्रेस को बड़ी जीत मिली हैं, शायद यही कारण रहा होगा कि कांग्रेस पार्टी ने यहाँ से पूर्व सीएम भूपेश बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है. उनके मुकाबले में पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के भोलाराम साहू को लगभग एक लाख ग्यारह हजार वोटों हराकर जीत हासिल करने वाले भाजपा के संतोष पाण्डेय हैं.
फिर दोहराया जाएगा इतिहास!
राजनांदगांव में इतिहास एक बार फिर दोहराया जा रहा है. 2024 के आम चुनाव में स्थिति लगभग वैसी ही है, जैसे 1999 में थी. तब भाजपा ने अनजाने से शख्स डॉ. रमन सिंह को कांग्रेस के दिग्गज मोतीलाल वोरा के खिलाफ मैदान में उतारा था. 26 हजार मतों से जीत हासिल करने के बाद डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेता के तौर पर उभरे हैं. अब ऐसा ही मौका संतोष पांडेय के पास है, जिनके मुकाबले में कांग्रेस ने राज्य के अपने सबसे बड़े चेहरे को मैदान में उतारा है.