सूत्रों के अनुसार कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा जिसका आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा
कुछ हफ्ते पहले भाजपा से कांग्रेस मैं आए दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय को छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष बनाया जा रहा है साय को अध्यक्ष की कुर्सी के साथ ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया जाएगा भूपेश सरकार के जरिए आदिवासी को साधने का बड़ा इंतजाम कर रही है इसी कारण नंदकुमार साय को कांग्रेस में आते ही बड़ा पद दिया जा रहा है कुछ समय बाद ही विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो जाएगी ऐसे में कांग्रेश आदिवासी क्षेत्रों में साय का भरपूर उपयोग करेगा साय ने भाजपा से इस्तीफा देकर 1 मई को ही कांग्रेसका दामन थामा है कांग्रेसमें आते ही सरकार ने सायको हाथों थाम लिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हर बड़े कार्यक्रम के साय नजर आ रहे हैं साय भाजपा में तीन बार के सांसद और तीन बार के विधायक हैं वह अविभाजित मध्यप्रदेश के भाजपा अध्यक्ष रहने के अलावा छत्तीसगढ़ के प्रथम नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं भाजपा में कथित उपेक्षा से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ी है शायद भाजपा में जब तक रहे हुए पार्टी के सबसे बड़े आदिवासी चेहरे के तौर पर देखे जाते थे लेकिन कुछ समय से वे पार्टी में अपने स्थान को लेकर नाराज चल रहे थे आदिवासियों के आरक्षण को लेकर अपने निवास के नजदीक जेल रोड पर जब धरने पर बैठे थे तब भाजपा के तमाम नेताओं ने उनसे दूरी बना ली थी साय अकेले धरने पर बैठे रहते थे उसी समय से साय और भाजपा के बीच दूरियां बढ़ती चली गई कांग्रेसमें जाने के आदेश के बाद भाजपा पर हमले के लिए एक राजनीतिक कारण भी हो सकता है कांग्रेश लगातार इस बार को प्रचारित भी करेगी कि भाजपा के आदिवासी का सम्मान नहीं हालांकि भाजपा की ओर से साय के जवाब में कांग्रेसी कुछ और नेताओं को लाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन अभी यह केवल बयानों तक ही सीमित है