सीएम साय शराब घोटाले के वारंटियों के ठिकानों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू के छापे,- दोषियों पर होगी कार्रवाई
CM Says: ACB-EOW raids liquor scam warranty places, action will be taken against culprits
The Narad News 24,,,,,रायपुर 25/02/2024. ईओडब्ल्यू-एसीबी ने आबकारी स्कैम में बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 बड़े वारंटियों के ठिकानों पर दबिश दी है। ईओडब्ल्यू-एसीबी ने जिन लोगों के ठिकानों पर दबिश दी है इनमें पूर्व आईएएस निरंदास दास, सरकारी शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी, आबकारी अधिकारी सौरभ बख्शी, अशोक सिंह, अरविंद सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया और अनवर ढेबर शामिल हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के तीनों बड़े डिस्टिलरी केडिया, वेलकम और भाटिया ग्रुप के ठिकानों पर भी ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम पहुंची है।
अरुणपति त्रिपाठी जेल से निकलने के बाद से ग़ायब हैं इसलिए ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम उनके घर के बाहर बैठी है। ईओडब्ल्यू-एसीबीके अफ़सरों ने बताया कि 150 अफ़सरों की टीम इस छापे के लिए लगाई गई है। इससे पहले विशेष न्यायाधीश निधि शर्मा की कोर्ट से सर्च वारंट लिया और तड़के 14 ठिकानों पर धमक गई। ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्ल्यू-एसीबी ने केस दर्ज किया था, उसी मामले में आज कार्रवाई हुई है। ईडी के पत्र के आधार पर एसीबी ईओडब्ल्यू ने इसी साल जनवरी में एफआईआर दर्ज किया है। ईडी की सूचना के आधार पर ईओडब्ल्यू में दर्ज एफआईआर में अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को शराब घोटाला का मास्टर माइंड बताया गया है।
एफआईआर में शामिल बाकी आईएएस व अन्य सरकारी अफसर और लोग सहयोगी की भूमिका में थे। शराब घोटाला से होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा इन्हीं को जाता था। दूरसंचार सेवा से प्रतिनियुक्ति पर आए त्रिपाठी आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी थे। वहीं, ढेबर कारोबारी हैं। एफआईआर के अनुसार अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर ने शराब घोटाला से प्राप्त रकम को अपने परिवार वालों के नाम पर निवेश किया। त्रिपाठी ने अपनी पत्नी मंजूला त्रिपाठी के नाम पर फर्म बनाया जिसका नाम रतनप्रिया मीडिया प्राइवेट लिमिटेड था। वहीं, ढेबर ने अपने बेटे और भतीजों के फर्म में पैसे का निवेश किया।
जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है : सीएम
शराब घोटाले के मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। जांच में जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे विषय पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, प्रवर्तन निदेशालय हो या ईओडब्लू ,जांच एजेंसिया सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई करती हैं। जहां-जहां सबूत मिलेगा, वो कार्रवाई करेगी।